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Ancient Indian spice, turmeric which is also known as “Indian Saffron” is now globally popular for its healing properties.
Worldwide, turmeric is becoming the latest craze/fad. Now, warm turmeric water or turmeric tea is becoming everyone’s favorite beverage. People have started using turmeric in soups, smoothies, tea, lattes, etc.
As the season changes, some common diseases like cough, cold, sore throat and fever spread and people fall sick. During this period, along with medicines, people also try some home remedies and turmeric water infused with other herbs is the most trusted home remedy that people try and find effective. Drinking turmeric water ensures that you feel good, healthier, energetic and it also rejuvenates your mind and body.
The golden spice turmeric is good for health and it is safe for consumption if taken in moderation. It boosts the immune system but too much of turmeric can cause some side effects too, so it’s important to be careful while taking turmeric water.
Note –
- Always consume good quality turmeric powder, it’s better if you have homemade turmeric powder
- Always try to make fresh turmeric water.
Before writing the recipe let’s read a few health benefits and side effects of turmeric.
Few health benefits of turmeric water –
- Turmeric water is alkaline in nature. If you start drinking turmeric water it alkalizes your body.
- Turmeric contains curcumin which has inflammatory properties, drinking turmeric water daily will cure inflammation in any part of the body.
- Turmeric water helps in treating pain and swelling in arthritis patients.
- Turmeric water gives relief from acidity and improves digestion.
- Toxins that are accumulated in the liver are detoxified by drinking turmeric water.
- Turmeric prevents the development of cancerous cells and it also improves brain health.
- Turmeric is a natural remedy for cold, cough and sore throat.
Few side effects of turmeric-
- Turmeric is one of the natural blood thinners, so people who are taking blood-thinning medicines should avoid taking extra doses of turmeric.
- Pregnant women should avoid taking excess turmeric because it may alter hormone levels.
- Excess intake of turmeric lowers blood sugar levels so people suffering from diabetes should avoid taking excess turmeric.
- If you take turmeric for a long period it may cause indigestion or diarrhea.
Perfect time to drink turmeric water –
- Drink in the morning or just before going to bed at night.
Prep time –10 minutes
Cooking time –10 minutes
Total time – 20 minutes
Serve – 2
Level of cooking – very easy
Ingredients –
- 1/4 tsp turmeric powder (haldi)
or
fresh turmeric ½ “piece
- ½” ginger piece (adrak)
- 8 to 10 Indian basil leaves (tulsi)
- 1/8 tsp Carom seeds (ajwain)
- 1/8 tsp cumin seeds (jeera)
- 6 to 8 peppercorn (kali mirch)
- 2 cloves (laung)
- ½ tsp fennel seeds (saunf)
- 1/4" cinnamon stick (dalchini)
- 3/4 tsp powdered jaggery (gud)
Or
Drizzle 1 tbsp honey
- 1/8 tsp rock salt (sendha namak)
- 250 ml water (pani)
- 1 tsp lime juice
Method –
- Crush coarsely peppercorn, cloves, fennel seeds, cinnamon stick, carom seeds, and cumin seeds.
- Crush ginger, Indian basil and fresh turmeric (if using)
- Boil 250 ml water in a pan, add all the crushed ingredients, jaggery, and rock salt.
- Lower the flame and let the mixture simmer until it reduces to half.
- Switch off the flame, squeeze lime juice.
- Strain the mixture and drink when it is still warm.
Note
- Don’t add honey while the mixture is boiling.
- Strain the mixture then add honey.
हल्दी का काढ़ा
प्राचीन भारतीय मसाला हल्दी जिसे “भारतीय केसर” के रूप में भी जाना जाता है, इसे चिकित्सा गुणों के लिए विश्व स्तर पर जाना जाता है।
दुनिया भर में लोग हल्दी के दीवाने हो रहे है, हाल ही में गर्म हल्दी का काढ़ा हर किसी का पसंदीदा पेय बन रहा है। दुनिया भर के लोगों ने हल्दी का इस्तेमाल करी, सूप, स्मूदी, चाय आदि में करना शुरू कर दिया है।
जैसे-जैसे मौसम बदलता है, कुछ सामान्य बीमारियां जैसे खांसी, जुकाम, गले में खराश और बुखार फैलता है और लोग बीमार पड़ते हैं, इस अवधि में दवाओं के साथ-साथ लोग कुछ घरेलू नुस्खे भी आजमाते हैं |हल्दी और अन्य जड़ी बूटियों का काढ़ा सबसे भरोसेमंद घरेलू उपाय है। हल्दी वाला पानी पीने से यह सुनिश्चित होता है कि आप अच्छा, स्वस्थ, ऊर्जावान महसूस करते हैं और यह आपको तरोताजा भी करता है।
गोल्डन मसाला हल्दी सेहत के लिए अच्छी होती है और अगर इसे कम मात्रा में लिया जाए तो यह सेवन के लिए सुरक्षित है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं, इसलिए हल्दी के पानी का सेवन करते समय सावधानी बरतना जरूरी है, अगर आपको हल्दी वाला पानी लेने में कोई कठिनाई होती है तब इसको पीना बंद कर दें
ध्यान दें –
- हमेशा अच्छी गुणवत्ता वाली हल्दी पाउडर लें, अगर आपके पास घर का बना हल्दी पाउडर है तो बेहतर है
- हमेशा ताजा हल्दी का काढा़ बनाने की कोशिश करें।
हल्दी के काढ़े की रेसिपी लिखने से पहले आइए हल्दी के कुछ स्वास्थ्य लाभ और दुष्प्रभावों को पढ़ें।
हल्दी के काढ़े के कुछ स्वास्थ्य लाभ –
- हल्दी का पानी प्रकृति में क्षारीय (alkaline)है, अगर आप हल्दी वाला पानी पीना शुरू करते हैं तो यह आपके शरीर को क्षारीय (alkalizes) करता है।
- हल्दी में कर्क्यूमिन होता है जिसमें सूजनरोधी गुण होते हैं, रोजाना हल्दी का काढ़ा पीने से शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन ठीक हो जाएगी
- हल्दी का काढ़ा गठिया के रोगियों में दर्द और सूजन के इलाज में मदद करता है।
- हल्दी का काढ़ा एसिडिटी से राहत देता है और पाचन में सुधार करता है।
- हल्दी वाला काढ़ा पीने से लिवर में जमा होने वाले टॉक्सिन्स डिटॉक्स हो जाते हैं।
- हल्दी कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकती है और यह मस्तिष्क के स्वास्थ्य में भी सुधार करती है।
- हल्दी सर्दी, खांसी और गले की खराश का एक प्राकृतिक उपचार है।
हल्दी के कुछ दुष्प्रभाव-
- हल्दी प्राकृतिक रक्त पतला करने वालों में से एक है, इसलिए जो लोग रक्त को पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं उन्हें हल्दी की अतिरिक्त खुराक लेने से बचना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को हल्दी का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे हार्मोन का स्तर बदल सकता है।
- हल्दी का अधिक सेवन ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है इसलिए मधुमेह से पीड़ित लोगों को अधिक हल्दी लेने से बचना चाहिए।
- यदि आप लंबे समय तक हल्दी लेते हैं तो इससे अपच या दस्त हो सकता है।
हल्दी वाला काढ़ा पीने का सही समय –
- रात में बिस्तर पर जाने से ठीक पहले या सुबह में पिएं।
तैयारी का समय -10 मिनट
खाना पकाने का समय -10 मिनट
कुल समय – 20 मिनट
परोसें – २
खाना पकाने का स्तर – बहुत आसान है
सामग्री –
- 1 /4 चम्मच हल्दी पाउडर
या
ताजा हल्दी 1 / 2” टुकड़ा
- 1 / 2” अदरक का टुकड़ा
- 8 से 10 भारतीय तुलसी के पत्ते
- 1 / 8 छोटा चम्मच अजवाइन
- 1 / 8 छोटा चम्मच जीरा
- 6 से 8 काली मिर्च
- 2 लौंग
- 1 / 2 छोटा चम्मच सौंफ
- 1 / 4″दालचीनी का टुकड़ा
- 3 / 4 चम्मच चूर्ण गुड़
या
1 बड़ा चम्मच शहद
- 1 / 8 छोटा चम्मच सेंधा नमक
- 250 मिली पानी
- 1 चम्मच निम्बू का रस
तरीका –
- काली मिर्च, लॉन्ग, सौंफ, दालचीनी का टुकड़ा, अजवाइन और जीरा को कुचल दें।
- अदरक, भारतीय तुलसी और ताजा हल्दी को कुचल दें (यदि उपयोग कर रहे हैं)
- एक पैन में 250 मिलीलीटर पानी उबालें, सभी कुचल सामग्री, गुड़ और सेंधा नमक डालें।
- आंच को कम करें और मिश्रण को आधा होने तक उबलने दें।
- लौ बंद करें, नींबू का रस निचोड़ें।
मिश्रण गरम गरम पीएं
ध्यान दें
- मिश्रण उबलते समय शहद न डालें।