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Kasar is the traditional prasad made during Navaratri. In our family it is made on Asthami, the eighth day of the festival. This recipe is one of our family legacies which has been passed down from one generation to next. The recipe is very easy and simple.
Ingredients:
- Wheat flour (atta) – 1 cup
- Jaggery (gud) – ½ cup
- Desi ghee – 1 tbsp
- A few sweet batasha.
Method:
- Take a heavy bottomed kadhai and dry roast wheat flour on slow flame till it turns light brown in colour with the mild aroma of roasted wheat flour. Take care not to let the flour turn dark brown, which will give it a burnt smell.
- Transfer the roasted wheat flour to a plate.
- Heat desi ghee in the kadhai, add jaggery and keep stirring till it melts.
- Now add the roasted wheat flour to it, mix well till everything combines together.
- Once everything combines together, the consistency of the mixture looks crumbled.
- Switch off the flame.
- Transfer kasar to a bowl.
- Sweet batasha is also offered as prasad along with kasar.
कसार नवरात्रि के दौरान बनाया जाने वाला एक पारंपरिक और लोकप्रिय प्रसाद है, हमारे परिवार में यह अष्टमी पूजन के दिन बनाया जाता है।
कसार प्रसाद की रेसिपी हमारी पारिवारिक विरासत (family legacy) में से एक एसी रेसिपी है जिसे एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पारित किया जाता है।
बनाने का तरीका बहुत आसान और सरल है।
सामग्री –
- गेहूं का आटा – 1 चाय का कप
- गुड़ – 1/2 चाय का प्याला
- देसी घी – 1 बड़ा चम्मच
- कुछ मीठे बतासे
तरीका –
- एक भारी तले की कड़ाही में धीमी आंच पर गेहूँ के आटे को हल्का भूरा होने तक और हल्की हल्की महक आने तक भूनें (आटे को गहरा भूरा न होने दें)।
- आटे को एक प्लेट में निकाल लिजिये।
- कढाई में देसी घी गरम करें, गुड़ डालकर गलने तक पकाएँ।
- अब इसमें भुना हुआ गेहूं का आटा मिलाएं, सब कुछ एक साथ मिलाने तक अच्छी तरह मिलाएं।
- बनने के बाद कसार भुरभुरा (crumbled) दिखता है।
- आंच बंद कर दें।
- कसार को प्याले में निकाल दें।
- अष्टमी पूजा के लिए कासर प्रसाद तैयार है।
- कसार के साथ-साथ मीठे बतासे भी प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाते है।