आप इस रेसिपी को नीचे हिंदी में भी पढ़ सकते हैं
This year Kajari Teej will be celebrated on 6th August.
Every year we celebrate Kajari teej with family and friends but this year due to pandemic it will not be possible, so my request to you is to do whatever is easily possible.
Here are a few things I thought of for celebrating teej this year:
- Let’s enjoy teej on Zoom, this is the new normal.
- Apply mehendi, dress up elegantly, and enjoy teej ka sinjara with everyone on Zoom.
- Meet traditionally dressed family members and friends on Zoom.
- Sing teej ke geet with your friends on Zoom.
- One of you can narrate teej ki kahani on Zoom.
- Give regards to the elders and take their blessings on Zoom.
- Stay at home, be safe and enjoy every moment.
Ingredients to make aate ka sattu-
- 250 gm sattu ka atta
- 150 gm bura
- 125 ml ghee (desi ghee)
- 1 / 4 tsp cardamom powder
- 1tbsp melon seeds
- 10 to 12 chopped almonds
- 10 to 12 chopped pistachios
- Puja wali supari or almonds to fix on top of pindi
Here I am sharing two methods of making atta ka sattu –
- Roasting wheat and then grinding.
- Dry roasting wheat flour.
Both the sattus taste almost the same.
First method to roast atta-
- I am sharing the traditional method of making atte ka sattu. Though the method is very easy, the process is a bit lengthy.
- Take 250 gm wheat.
- Wash wheat 3 to 4 times and transfer it to the sieve, let all the water drain from it.
- Spread clean cloth in the sun and spread wheat on it and let it dry completely.
- Heat a heavy bottom wok (kadhai) on a high flame, put wheat in it, lower the flame and roast it.
- After some time wheat will puff up and the size will double, switch off the flame and transfer the wheat onto a plate.
- Let it cool completely.
- It’s difficult to grind wheat in a mixer, so it is better to grind wheat in domestic atta chakki or at a flour mill.
Note –
- In domestic atta chakki you can very easily grind small quantities of wheat but you will need at least 1 to 2 kg wheat if grinding at a flour mill.
- After grinding roasted wheat there is no need to roast flour again.
Second method to roast atta
- If it is not possible to roast and grind the wheat then you can try this second method.
- Heat the wok, lower the flame, put wheat flour and dry roast it for 2 minutes and switch off the flame for a minute but keep stirring the flour (this controls the heat and prevents burning of flour) and then again switch on the flame and keep repeating this process for 3 to 4 times.
- The color will change to light badami , at this stage put 100 ml ghee and mix it properly.
- After mixing ghee, roast the flour until you get the desired color.
- Switch off the flame, sattu ka atta is ready, let the mixture cool.
Method to make sattu –
- Roast melon seeds on low flame until they start to crackle.
- After seeds cool, rub it with your palms and remove husk and sieve it.
- In a deep plate take sattu ka atta, put burra, cardamom powder, melon seeds, chopped pistachios and chopped almonds.
- Now add slightly warm ghee little by little to this mixture and mix it with the hands.
- To check the perfect consistency of the mixture make one small laddu and if it holds shape the mixture is ready to make sattu, at this stage stop adding ghee.
- Now take sufficient portion of the mixture in your palms and shape it into pindis, fix one badam or supari in the centre of the pindi and keep it aside.
- You can also set the mixture in a small lunch box.
- Repeat the process with the rest of the mixture.
- Garnish sattu with chopped almonds.
- Before doing puja, make swastika on sattu (you can make swastika with saffron or roli)
- Atte ka sattu is ready to celebrate kajari teej.
- Out of this mixture, I made five small pindies and have set one in a lunch box .
- Enjoy this festival with family and friends on zoom.
My previous sattu ke recipes are – Share link
आटे का सत्तू
इस साल कजरी तीज 6 अगस्त को मनाई जाएगी।
हर साल हम परिवार और दोस्तों के साथ कजरी तीज मनाते हैं लेकिन इस साल महामारी के कारण यह संभव नहीं होगा, मेरा अनुरोध है कि जो भी आसानी से संभव हो वही करें।
- ज़ूम पर तीज का आनंद लें, यह नया सामान्य है।
- मेहंदी लगाइए, सुरुचिपूर्ण ढंग से सजसवंर कर ज़ूम में सबके साथ तीज के सिंजारे का आनंद लीजिए।
- पारंपरिक रूप से तैयार परिवार के सदस्यों और मित्रों से ज़ूम पर मिलें।
- जूम पर अपनी सखीयो के साथ तीज के गीत गाएं।
- आप में से एक ज़ूम पर तीज की कहानी सुना सकते हैं।
- ज़ूम पर बड़ों को सम्मान दें और उनका आशीर्वाद लें।
- घर पर रहें, सुरक्षित रहें और हर पल का आनंद लें।
सत्तू बनाने की सामग्री-
- 250 ग्राम सत्तू का आटा
- 150 ग्राम बूरा
- 125 मिलीलीटर देसी घी
- 1/4 टी स्पून इलायची पाउडर
- 1 tbsp खरबूजे की मिंगी
- 10 से 12 कटे हुए बादाम
- 10 से 12 कटे हुए पिस्ता
- पिंडी के ऊपर फिक्स करने के लिए पूजा वली सुपारी या बादाम
यहाँ मैं आटे का सत्तू बनाने की दो विधियाँ साझा कर रही हूँ –
- गेहूँ भूनना और फिर पीसना
- गेहूं का आटा बिना घी के भूनें।
- दोनों सत्तू का स्वाद लगभग एक जैसा ही होता है।
पहली विधि –
- मैं आटे की सत्तू बनाने की पारंपरिक विधि साझा कर रही हूं। हालांकि विधि बहुत आसान है पर प्रक्रिया थोड़ी लंबी है।
- 250 ग्राम गेहूं
- गेहूं को 3 से 4 बार धोएं और इसे छलनी में रखें, इसमें से सारा अतिरिक्त पानी निकाल जाएगा ।
- धूप में साफ कपड़ा बिछाएं और उस पर गेहूं फैलाएं और उसे पूरी तरह सूखने दें।
- तेज आंच पर एक भारी तले की कड़ाही गरम करें, उसमें गेहूं डालें, आंच धीमी कर दें और गेहूं भूने।
- कुछ समय बाद गेहूँ फूल जाएगा और आकार मे दोगुना हो जाएगा, आंच बंद कर दें और एक प्लेट मे गेहूँ को निकल दे।
- इसे पूरी तरह से ठंडा होने दें।
- गेहूं को मिक्सी में पीसना मुश्किल है, इसलिए बेहतर है कि गेहूं को घरेलू आटे की चक्की में या आटे की चक्की में पिसवाए।
ध्यान दें –
- घरेलू आटा चक्की में आप बहुत ही आसानी से कम मात्रा में गेहूँ पीस सकते हैं लेकिन आटा मिल में पीसवाने के लिए आपको कम से कम 1 से 2 किलो गेहूँ की आवश्यकता होगी।
- भुने हुए गेहूं को पीसने के बाद फिर से आटा भूनने की जरूरत नहीं है।
दूसरी विधि
- अगर गेहूं को भूनना और पीसना संभव नहीं है तो आप इस दूसरी विधि को आजमा सकते हैं।
- कड़ाही को गर्म करें, आंच को कम करें, गेहूं का आटा डालें और इसे 2 मिनट तक भूनें और आंच को एक मिनट के लिए बंद कर दें लेकिन आटे को चलाते रहें (यह गर्मी को नियंत्रित करता है और आटे को जलने से रोकता है) और फिर दोबारा आंच पर रखें और इस प्रक्रिया को 3 से 4 बार दोहराते रहें।
- रंग हल्का बदामी में बदल जाएगा, इस स्तर पर 100 मिलीलीटर घी डालें और इसे ठीक से मिलाएं।
- घी मिलाने के बाद आटे को तब तक भूने जब तक आपको मनचाहा रंग न मिल जाए।
- आंच बंद कर दें, सत्तू का आटा तैयार है, मिश्रण को ठंडा होने दें।
तरीका –
- खरबूजे के बीजों को धीमी आंच पर तब तक भूनें जब तक कि वे चटकने न लगें।
- बीज ठंडा होने के बाद, इसे अपनी हथेलियों से रगड़ें और भूसी निकालकर छलनी से छान लें।
- एक परात में सत्तू का आटा ले, बूरा, इलायची पाउडर, खरबूजे कि मिंगी,कटा हुआ पिस्ता और कटे हुए बादाम डालें।
- अब इस मिश्रण में थोड़ा थोड़ा करके हल्का गर्म देसी घी डाले और इसे हाथों से मिलाएं।
- मिश्रण की सही स्थिरता की जांच करने के लिए, एक छोटा लड्डू बनाएं और अगर यह आकार ले लेता है तो मिश्रण सत्तू बनाने के लिए तैयार है, अब आप घी डालना बंद करें।
- अब मिश्रण का पर्याप्त भाग अपनी हथेलियों में लें और इसे पिंडी में आकार दें, पिंडी के बीच में एक बदाम या सुपारी को ठीक लगाए और इसे एक तरफ रख दें।
- आप चाहे तो सत्तू को छोटे डिब्बे में भी जमा सकते हैं।
- बाकी मिश्रण के साथ प्रक्रिया को दोहराएं।
- कटे हुए बादाम से सत्तू को गार्निश करें।
- पूजा करने से पहले सत्तू पर स्वस्तिक बनाएं (आप केसर या रोली से स्वस्तिक बना सकते हैं)
- आटा का सत्तू कजरी तीज मनाने के लिए तैयार है।
- इस सामग्री से मेने पांच छोटी पिंडी बनाई और एक सत्तू डिब्बे में जमाया।
- ज़ूम पर परिवार और दोस्तों के साथ इस त्योहार का आनंद लें।
मेरी पिछली सत्तू की रेसिपी का लिंक-
Looks yum! 🙂
Thanks
This is similar to wheat flour laddoo, isn’t it? Good advt for zoom! You should demand charges from them 🙂 Hope you had a ‘zoom’ti Teej!
Traditionally sattu ka atta is made with roasted wheat and laddoo made with it are very tasty.