आप इस रेसिपी को नीचे हिंदी में भी पढ़ सकते हैं
Various types of non-fasting and fasting dishes are made with arbi. I usually make sukhi arbi, dahi wali arbi, dum arbi, fried arbi, arbi ki pakodi, arbi ke cutlet, arbi ke paratha and arbi ke chips.
Earlier, I had shared my recipe of sukhi arbi ki sabzi, and today I am sharing the recipe of dahi wali arbi which is very popular in North India.
During summer months, I use curd in many gravies because it gives a cool effect and it is easily digested.
Arbi is one such vegetable which tastes good and delicious in dahi wali gravy. Dahi increases the flavour and enhances the taste of the sabzi, and the tempering with jeera, ajwain and hing add a mild aroma.
Before you read the recipe of dahi wali arbi ki sabzi go through health benefits of arbi.
Ingredients for 3 to 4 servings –
- 250 gm Arbi (taro root)
- 3/4 tea cup Thick curd (dahi)
- 1/2 tsp Jeera (cumin seeds)
- 1/2 tsp Ajwain (carom seeds )
- 1 pinch Hing (asafetida)
- 1/4 tsp Haldi (turmeric)
- 1 tsp Lal mirch(red chilli powder)
- 1 tbsp Dhania (coriander powder)
- 2 Green chillies
- 1 tbsp Oil
- Salt according to taste
- Fresh coriander leaves for garnishing.
Preparation –
- wash arbi to get rid of mud and dirt.
- Pressure cook arbi with one tea cup water.
- After one whistle, switch off the flame, avoid over cooking of arbi, it should be firm.
- Peel arbi and cut into round pieces.
- Chop green chillies into small pieces or just slit them.
- Take dahi in a bowl, add haldi, lal mirch powder, dhania powder and whisk it.
Method –
- Heat oil in a pan, add jeera and ajwain, when they sizzle, add hing and green chillies. Saute for a few seconds.
- Now add whisked masala dahi mixture and keep stirring until it comes to a boil.
- Add arbi and some water to adjust the consistency of the gravy as required.
- Add salt and let the gravy simmer for five minutes.
- Switch off the flame, and dish out the gravy. Garnish with fresh coriander.
Serving idea – serve with hot hot phulkas or parathas.
दही वाली अरबी
विभिन्न प्रकार के उपवास और गैर उपवास के व्यंजन अरबी के साथ बनाए जाते हैं। मैं आमतौर पर सुखी अरबी, दही वली अर्बी, दम अरबी, फ्राइड अरबी, अरबी की पकौड़ी, अरबी के कटलेट, अरबी के पराठे और अरबी की चिप्स बनाती हूं।
इससे पहले मैंने सुखी अरबी की सब्जी (sukhi arbi ki sabzi,) की रेसिपी शेयर की थी और आज मैं दही वाली अरबी की रेसिपी शेयर कर रही हूँ जो उत्तर भारत में बहुत लोकप्रिय है।
गर्मियों के महीनों के दौरान, मैं अकसर रसे वाली सब्जियों में दही का उपयोग करती हूं क्योंकि यह ठंडक पहुचाता है और आसानी से पच भी जाता है।
अरबी एक ऐसी सब्जी है जो दही वली ग्रेवी में अच्छी और स्वादिष्ट लगती है। दही सब्जी का स्वाद बढ़ाता है और जीरा, अजवाईन और हींग के साथ तड़का लगाने से सब्जी में हल्की हल्की महक समा जाती है।
दही वाली अरबी की सब्जी की रेसिपी पढ़ने से पहले आप अरबी के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जाने।benefits of arbi.
3 से 4 सर्विंग्स के लिए सामग्री –
- 250 ग्राम अरबी
- 3/4 कप गाढ़ा दही
- ½ tsp जीरा
- ½ tsp अजवाईन
- 1चुटकी हींग
- 1/4 tsp हल्दी पाउडर
- 1 tsp लाल मिर्च पाउडर
- 1 tbsp धनिया पाउडर
- 2 हरी मिर्च
- 1 tbsp तेल
- स्वादानुसार नमक
- गार्निशिंग के लिए ताजा धनिया पत्तियां।
तैयारी –
- अरबी को अच्छी तरह से धोकर मिट्टी और गंदगी हटाए।
- एक कप पानी के साथ अरबी को प्रेशर कुक करे।
- एक सीटी आने के बाद, आंच बंद कर दें।
- अरबी को छीलकर गोल टुकड़ों में काट लें।
- हरी मिर्च को इच्छा अनुसार कांटे।
- एक कटोरे में दही लें, इसमें हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर डालें और इसे फेंट लें।
बनाने का तरीका –
- एक कड़ाही में तेल गरम करें, उसमें ज़ीरा और अज्वैन डालें, जब यह तडकने लगे तब हींग और हरी मिर्च डालें। कुछ सेकंड के लिए भूने।
- अब इसमें फेंटा हुआ लही ओर मसाले का मिश्रण डालें और एक उबाल आने तक हिलाते रहें।
- अब कटी हुई अरबी डाले ओर आवश्यकता अनुसार पानी डालें।
- नमक डालें और ग्रेवी को पांच मिनट तक उबलने दें।
- आंच बंद कर दें, और ग्रेवी को कटोरे मे निकाल दें। ताजा धनिया से गार्निश करें।
- गरमा गरम दही वली अरबी की सब्जी को फुल्का, पराठा या पूरी के साथ परोसें।
I love this arbi gravy. My maid used to make it in Jabalpur. Thanks for the recipe. I will make it one of these days.
Glad to know that you liked this recipe.