Khoya Recipe
Fasting Gluten-Free Kitchen Notes

Making Khoya at home/ Homemade Khoya / होममेड खोआ/ घर का बना खोआ

आप इस रेसिपी को नीचे हिंदी में भी पढ़ सकते हैं

Khoya is a milk solid and can be made at home easily. Contrary to popular belief, making khoya at home is quite easy and simple, though it takes a bit of time!

On the other hand, buying khoya from market, though saves time, may not be a good thing because khoya that is sold in the market may be adulterated.

The good news is that while you are doing some other household work, you can prep your khoya on the side and it will be ready before you know it!

Khoya is a key ingredient in many Indian sweets such as gulab jamun, barfi, laddu, halwa, kulfi, gujiya, kalakand, etc.

There are three types of khoya:

  • Soft khoya
  • Hard khoya
  • Granular khoya

While making khoya, do keep in mind the following:

  • Always make khoya in a heavy bottom wok / kadhai.
  • Take heavy bottom wok (kadhai) and grease it with ghee (desi ghee) this will make it easy to scrap the malai.
  • Only use full cream milk to make khoya.
  • In one litre milk, you can make 200 – 225 gm of khoya.

Hard Khoya

Hard khoya is also the regular khoya. It is better to grate hard khoya while making sweets so that it blends smoothly into the dish. Hard khoya is used while making peda, laddu and barfi.

Hard Khoya
Hard Khoya

Ingredient:

Full cream milk – 1 litre

Method:

  • Take full cream milk in a heavy bottom kadhai.
  • When milk starts to boil, reduce the flame.
  • Keep stirring milk with a ladle at regular interval of 2 to 3 minutes.
  • Slowly, milk will start to thicken. Remember to keep scraping the milk solid that collects at the sides of kadhai.
  • After some time, milk will turn semi solid and look like rabri (a very taste and delicious sweet dish).
  • Now keep stirring the milk continuously to prevent it from burning. If milk burns, it will spoil the taste and flavor ofkhoya.
  • Keep stirring the milk till all the moisture evaporates.
  • As milk thickens, you will see many bubbles but within a few minutes, all the bubbles will disappear.
  • Switch off the flame.
  • Pure homemadekhoya is ready to use now. If not using immediately, collect all the khoya and shape it like a ball. Store it in a covered box and keep it in the refrigerator.
  • Use within 5-6 days.

Soft Khoya

 

The procedure to make soft khoya and hard khoya is the same however while making soft khoya, switch off the flame when milk starts to look like halwa. Soft khoya is used in gajar ka halwa, dal ka halwa, lauki ka halwa, gulab jamuns, kulfi and in gravies such as shahi paneer.

Soft Khoya
Soft Khoya

Granular Khoya

Granular khoya or danedar khoya is quite easy to make at home. However, you would need to add some lime juice or vinegar to the milk which gives the danedar / granular texture to the khoya. This khoya is used to make kalakand, milk cake and barfi.

Ingredients

Full cream milk  1 litre
Synthetic vinegar 2 tsp

Method

  • Mix 2 tsp vinegar in 4 tsp water.
  • Boil milk in a heavy bottom kadhai.
  • When milk starts to boil, lower the flame.
  • Keep stirring the milk with a ladle.
  • At regular interval of 1 or 2 minutes, put a drop of vinegar to the boiling milk.
  • When milk starts to curdle slightly, stop adding vinegar.
  • Keep stirring the milk at regular interval of 2 to 3 minutes.
  • Slowly milk will starts to thicken, keep scraping the milk solid from the sides.
  • As milk thickens, you will see many bubbles but within a few minutes, all the bubbles will disappear.
  • Switch off the flame.
  • Pure homemadekhoya is ready to use now. If not using immediately, collect all the khoya and store it in a covered box. Keep it in the refrigerator.
  • Use within 5-6 days.
Granular Khoya
Granular Khoya

खोआ दूध से बनता है और इसे आसानी से घर पर बनाया जा सकता है। लोगों की आम धारणा यह होती है कि खोआ घर पर बनाना मुश्किल है, परन्तु घर पर खोआ बनाना काफी आसान और सरल है, हालांकि इसमें थोड़ा समय लगता है!

दूसरी ओर, बाजार से खोआ खरीदना काफी असान है ओर समय की बचत भी होती है, परन्तु बाजार से खरिदे हुए खोआ मे मिलावट हो सकती है।

अच्छी बात यह है कि जब आप घर पर कुछ अन्य घरेलू काम कर रहे होते हैं, उस समय आप खोआ बनाने के लिए गेस पर चढा दे  और आपको पता भी नही चलेगा कब चलते फिरते खोआ तैयार हो जाएगा!

कई भारतीय मिठाइयों जैसे कि गुलाब जामुन, बर्फी, लड्डू, हलवा, कुल्फी, गुझिया, कलाकंद, आदि में खोआ एक प्रमुख सामग्री है।

तीन प्रकार के खोये हैं:

  • नरम खोआ (soft khoya)
  •  कडा खोआ (hard khoya)
  • दानेदार खोआ (granular khoya)

खोआ बनाते समय, निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:

  • हमेशा एक भारी तले वाली कड़ाही में खोआ बनाएं।
  • भारी तले की कड़ाही लें और इसे  देसी घी से चिकना करें, इससे मलाई को खुरचना आसान हो जाएगा।
  • खोया बनाने के लिए केवल फुल क्रीम दूध का उपयोग करें।
  • एक लीटर दूध में, आप 200 – 225 ग्राम खोआ बना सकते हैं।

कडा खोआ (hard khoya)

कडा खोआ भी नियमित खोआ है। मिठाई बनाते समय कडे खोआ को कद्दूकस करना बेहतर होता है ताकि यह पकवान में आसानी से   मिल जाए। पेड़ा, लड्डू और बर्फी बनाते समय कडे खोये का उपयोग किया जाता है।

 सामग्री

  • फुल क्रीम दूध – 1 लीटर

तरीका:

  • फुल क्रीम दूध को एक भारी तले के कढ़ाही में लें।
  • जब दूध उबलने लगे तो आंच को कम कर दें।
  • 2 से 3 मिनट के नियमित अंतराल पर करछुल से दूध को हिलाते रहें।
  • धीरे-धीरे दूध गाढ़ा होने लगेगा। याद रखें कि कढाई के किनारों पर एकत्रित दूध को खुरचते रहें।
  • कुछ समय बाद, दूध अर्ध ठोस हो जाएगा और रबड़ी (बहुत स्वादिष्ट मीठा पकवान) की तरह दिखाई देगा।
  • अब दूध को जलने से रोकने के लिए लगातार हिलाते रहें। यदि दूध जलता है, तो यह खोआ का स्वाद खराब कर देगा।
  • दूध को तब तक हिलाते रहें जब तक सारी नमी न निकल जाए।
  • जैसे-जैसे दूध गाढ़ा होगा, आपको कई बुलबुले दिखाई देंगे लेकिन कुछ ही मिनटों में, सभी बुलबुले गायब हो जाएंगे।
  • आंच बंद कर दें।
  • शुद्ध घर का खोआ अब उपयोग करने के लिए तैयार है। यदि तुरंत उपयोग नहीं करना हो तो खोए को इकट्ठा करें और इसे गेंद की तरह आकार दें। इसे एक ढके हुए डिब्बे में रखे और फ्रिज में रखें।
  • 5-6 दिनों के भीतर उपयोग करें।

 

नरम खोआ

 

नरम खोआ और सख्त खोआ बनाने की प्रक्रिया एक ही है, हालांकि नरम खोआ बनाते समय, दूध को हलवे की तरह लगने पर आंच बंद कर दें। नरम खोये का उपयोग गाजर का हलवा, दाल का हलवा, लोकी का हलवा, गुलाब जामुन, कुल्फी और सब्जी कि ग्रेवी (जैसे शाही पनीर)बनाने में किया जाता है।

दानेदार खोया

दानेदार खोआ घर पर बनाना काफी आसान है। हालाँकि, आपको दूध में कुछ नीबू का रस या सिरका मिलाना होगा जो खोआ को दानेदार  बनावट देता है। इस खोये का इस्तेमाल कलाकंद, मिल्क केक और बर्फी बनाने के लिए किया जाता है।

सामग्री

  • फुल क्रीम दूध 1 लीटर
  • सिंथेटिक सिरका 2 चम्मच

तरीका

  • 4 टीस्पून पानी में 2 टीस्पून विनेगर मिलाएं।
  • एक भारी तले के कढाई में दूध उबालें।
  • जब दूध उबलने लगे तो आंच धीमी कर दें।
  • दूध को करछुल से हिलाते रहें।
  • 1 या 2 मिनट के नियमित अंतराल पर, उबलते दूध में सिरका की एक बूंद डालें।
  • जब दूध हल्का सा फटने लगे, तो सिरका डालना बंद कर दें।
  • दूध को 2 से 3 मिनट के अंतराल पर हिलाते रहें।
  • धीरे-धीरे दूध गाढ़ा होने लगेगा, मलाई को किनारों से खुराचते रहें।
  • जैसे-जैसे दूध गाढ़ा होगा, आपको कई बुलबुले दिखाई देंगे लेकिन कुछ ही मिनटों में, सभी बुलबुले गायब हो जाएंगे।
  • आंच बंद कर दें।
  • शुद्ध घर का बना दानेदार खोया अब उपयोग करने के लिए तैयार है। यदि तुरंत उपयोग नहीं करना हो तो सभी खोए को इकट्ठा करें और इसे एक ढके हुए डिब्बे में रखे ओर इसे फ्रिज में रखें।
  • 5-6 दिनों के भीतर उपयोग करें।

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